फेसबुक की दोस्ती बुरी नहीं है, लेकिन असल जिंदगी की तरह यहां भी सावधानी जरूरी है। पेश हैं फेसबुक की फ्रेंडशिप में धोखे से बचने के 5 टिप्स:
1. फेक और रियल को समझें
1.फेसबुक पर रियल फोटो न शेयर करने वाले अक्सर शक पैदा करते हैं।
2.बार-बार कुछ तरह के पोस्ट जैसे अंधविश्वास से जुड़े या वल्गर पोस्ट शेयर करने वाले प्रोफाइल से अलर्ट रहें।
3. पुरानी दोस्ती का दावा करने वालों से भी सतर्क रहें।
1. फेक और रियल को समझें
1.फेसबुक पर रियल फोटो न शेयर करने वाले अक्सर शक पैदा करते हैं।
2.बार-बार कुछ तरह के पोस्ट जैसे अंधविश्वास से जुड़े या वल्गर पोस्ट शेयर करने वाले प्रोफाइल से अलर्ट रहें।
3. पुरानी दोस्ती का दावा करने वालों से भी सतर्क रहें।
2. फोटो पोस्ट करने से पहले सोचें
1.फेसबुक के अडिक्शन में सब कुछ पोस्ट करने की हड़बड़ी से बचें।
2.लड़कियां फोटो शेयर करने से पहले खास ध्यान रखें। आपको पता भी नहीं चलेगा और आपका फोटो किसी फेक या वल्गर साइट पर पहुंच जाएगा।
3. ऑनलाइन रहे ऑनलाइन
1. फेसबुक की दोस्ती को फेसबुक तक ही सीमित रखना बेहतर है।
2. फेसबुक पर बने फ्रेंड पर भरोसा करने से पहले एक बार जरूर सोचें।
3. मिलने की जल्दबाजी दिखाने वालों से सतर्क रहें।
4. आपकी पर्सनल जानकारी चाहने वाले से दूरी बना कर रखें।
5. अगर कभी मिलने लायक स्थिति बने, तो किसी पब्लिक प्लेस पर अपने करीबी दोस्त को साथ लेकर मिलने जाएं।
1.फेसबुक के अडिक्शन में सब कुछ पोस्ट करने की हड़बड़ी से बचें।
2.लड़कियां फोटो शेयर करने से पहले खास ध्यान रखें। आपको पता भी नहीं चलेगा और आपका फोटो किसी फेक या वल्गर साइट पर पहुंच जाएगा।
3. ऑनलाइन रहे ऑनलाइन
1. फेसबुक की दोस्ती को फेसबुक तक ही सीमित रखना बेहतर है।
2. फेसबुक पर बने फ्रेंड पर भरोसा करने से पहले एक बार जरूर सोचें।
3. मिलने की जल्दबाजी दिखाने वालों से सतर्क रहें।
4. आपकी पर्सनल जानकारी चाहने वाले से दूरी बना कर रखें।
5. अगर कभी मिलने लायक स्थिति बने, तो किसी पब्लिक प्लेस पर अपने करीबी दोस्त को साथ लेकर मिलने जाएं।
4. फ्रेंड के फ्रेंड चेक करें
1.असली फेकबुक अकाउंट का पता उस पर मौजूद फ्रेंड की ऐक्टिविटीज से भी होता है।
2. असली फ्रेंड खुल कर बात करते हैं और अगर किसी अकाउंट पर विदेशी फ्रेंड्स की भरमार है, तो फेक होने के चांस ज्यादा हैं।
3. रियल अकाउंट की फ्रेंड लिस्ट में ऑफिस और फैमिली भी जरूर मौजूद रहती है।
5. अनफ्रेंड करने में न करें देरी
1. जरा-सी भी असहजता महसूस होने पर फेसबुक पर बने फ्रेंड को फौरन अनफ्रेंड करें।
2. अगर आपको लगता है कि वह दूसरों को भी परेशान करता है, तो अपनी फ्रेंडलिस्ट में मौजूद और दोस्तों की इसकी जानकारी दें।
3. दूर बैठा एक फेक दोस्त आपकी फ्रेंडलिस्ट में बने रह कर कई और लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है।
1.असली फेकबुक अकाउंट का पता उस पर मौजूद फ्रेंड की ऐक्टिविटीज से भी होता है।
2. असली फ्रेंड खुल कर बात करते हैं और अगर किसी अकाउंट पर विदेशी फ्रेंड्स की भरमार है, तो फेक होने के चांस ज्यादा हैं।
3. रियल अकाउंट की फ्रेंड लिस्ट में ऑफिस और फैमिली भी जरूर मौजूद रहती है।
5. अनफ्रेंड करने में न करें देरी
1. जरा-सी भी असहजता महसूस होने पर फेसबुक पर बने फ्रेंड को फौरन अनफ्रेंड करें।
2. अगर आपको लगता है कि वह दूसरों को भी परेशान करता है, तो अपनी फ्रेंडलिस्ट में मौजूद और दोस्तों की इसकी जानकारी दें।
3. दूर बैठा एक फेक दोस्त आपकी फ्रेंडलिस्ट में बने रह कर कई और लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है।