Thursday 31 January 2013

फेसबुक के 5 खतरे

सोश्यल नेटवर्किंग साइट फेसबुक आज लोगों के जीवन का हिस्सा बनती जा रही है. मेलजोल बनाए रखने और दोस्तों एक साथ गपशप करने के लिए फेसबुक जैसी साइट का अधिकाधिक उपयोग किया जा रहा है.

परंतु कुछ साइबर विशेषज्ञ फेसबुक से उत्पन्न खतरों के बारे में गाहे बगाहे आगाह करते रहते हैं. चीफ सैक्यूरिटी ऑफिसर ऑनलाइन के वरिष्ठ सम्पादक जॉन गूडचाइल्ड का मानना है कि कम्पनियाँ अपने प्रचार के लिए फेसबुक जैसी साइट का उपयोग करना चाहती है परंतु ये कम्पनियाँ ध्यान नहीं देती कि उनकी गोपनियता खतरे में है.

सीबीसी न्यूज़ के 'द अर्ली शॉ ऑन सटरडे मोर्निंग' कार्यक्रम के दौरान गूडचाइल्ड ने फेसबुक के 5 ऐसे खतरों के बारे में जानकारी प्रदान की जिससे निजी और गोपनीय जानकारियों की गुप्तता खतरे में पड़ सकती है.

1. डेटा शेरिंग - पहली बात तो यह कि आपकी जानकारी केवल आप और आपके मित्रों तक ही सीमित नहीं रहती है. वह जानकारी थर्ड पार्टी अप्लिकेशन डेवलपरों तक पहुँच रही है.

2. पॉलिसी बदलाव - फेसबुक की हर रिडिजाइन के बाद उसकी प्राइवेसी सेटिंग बदल जाती है और वह स्वत: डिफाल्ट पर आ जाती है. प्रयोक्ता उसमें बदलाव कर सकते हैं परंतु काफी कम प्रयोक्ता इस ओर ध्यान देते हैं.

3. मलवेर - फेसबुक पर प्रदर्शित विज्ञापन मलवेर हो सकते हैं. उनपर क्लिक करने से पहले विवेक से काम लें

4. पहचान उजागर - आपके मित्र जाने अनजाने आपकी पहचान और आपकी कोई गोपनीय जानकारी दूसरों से साझा कर सकते हैं.

5. जाली प्रोफाइल - फेसबुक पर सेलिब्रिटियों को मित्र बनाने से पहले अच्छी तरह से जाँच जरूर कर लें. स्कैमरों के द्वारा जाली प्रोफाइल बनाकर लोगों तक पहुँच बनाना काफी सरल है.
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