Tuesday 30 July 2013

India Top 10 Job Sites List

यहाँ भारत में शीर्ष 10 जॉब पोर्टल साइटों की सूची.
1. नौकरी - www.naukri.comयह सबसे व्यापक नौकरी खोजों में से एक है और opportunities.Clean इंटरफेस के ढेर सारे सभी श्रेणियों में उत्कृष्ट परिणाम प्रदान करता है. यह भी निर्माण सेवाओं को फिर से शुरू और वेब आधारित और एसएमएस अलर्ट के माध्यम से फ्लैश फिर से शुरू कर देता है.
2. दानव भारत - www.monsterindia.comदानव दानव वर्ल्डवाइड इंक, नौकरी चाहने वालों नौकरी / कैरियर के अवसर के बारे में पता लगाने के लिए सक्षम करने के मुख्य उद्देश्य होने का एक प्रमुख ब्रांड है.
3. टाइम्स नौकरियां - www.timesjobs.comसाइट नौकरियों के सभी प्रकार के होते हैं और व्यक्तियों को उसकी / उसके choice.It भी मध्य पूर्व में नौकरियों के लिए एक अलग पोर्टल प्रदान करता है के काम में पता लगाने में मदद करता है.
4. चमक - www.shine.comशाइन आवेदक के अद्वितीय कौशल के साथ रोजगार के अवसर मिलान पर केंद्रित है और वह भी एक वेतन बेंच मार्किंग उपकरण प्रदान करता है.
5.ClickJobs - www.clickjobs.comसाइट आप की इच्छा अगर आपकी जानकारी के कुछ गोपनीय रखने के लिए अनुमति देता है. एक संभावित नियोक्ता को अपना पूरा प्रोफाइल देखने के लिए इच्छुक है, तो आप सीधे ईमेल के माध्यम से संपर्क किया जाएगा.
6 और 7.Freshersworld/Vfreshers - www.freshersworld.com और www.vfreshers.comइन पोर्टलों भारत में फ्रेशर्स के लिए नौकरियों को पूरा करते हैं. वे इस तरह के गर्म नौकरी, सरकारी / तकनीकी नौकरियां, रक्षा नौकरियां, आईटी, करियर, कंपनी सूची और साक्षात्कार सुझावों के रूप में sectionjs सुविधा.
8. Bixee - www.bixee.comBixee time.It फिल्टर के किसी भी बिंदु पर लगभग 1.5 milion सक्रिय नौकरियों के साथ एशिया की सबसे बड़ी संकर नौकरी पोर्टलों में से एक है और उपयोगकर्ता के अनुकूल तरीके में सबसे नवीन नौकरियों को प्रदर्शित करता है.
9. Careerjet को - www.careerjet.co.inCareerjet को इंटरनेट पर उपलब्ध नौकरी प्रसाद की भारी seletion नक्शे जो एक नौकरी खोज इंजन है. उपयोगकर्ता इस डेटाबेस क्वेरी और खुद को व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक कंपनी की साइट पर जाकर की परेशानी को बचा सकता है.
10. CareerAge - www.careerage.comयह विभिन्न कैरियर विकल्पों के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के द्वारा छात्रों के साथ ही कैरियर बिल्डरों मदद जो भारत में सबसे व्यापक नौकरी पोर्टल, एक के रूप में माना जाता है.

Monday 29 July 2013

ताज नगरी आगरा में जन्मे ममनून हुसैन को पाकिस्तान के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित

मुहब्बत की नगरी आगरा की फिजाओं में इस वक्त उत्साह का माहौल है।

राष्ट्रप‌ति चुनाव पाकिस्तान में, धड़कनें बढ़ी हैं आगरा की
पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी पीएमएल-एन द्वारा ताज नगरी में जन्मे ममनून हुसैन को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद पूरा शहर अपने आंगन के बच्चे को पड़ोसी मुल्क का राष्ट्रपति बनते देखने को बेताब है।

साल 1940 ममनून की पैदाइश आगरा में हुई। बंटवारे के बाद 1948 में उनका परिवार कराची चला गया। आगरा में उनके कई करीबी रिश्तेदार और परिचित अब भी रहते हैं। वे अब ममनून के राष्ट्रपति निर्वाचित होने की बाट जोह रहे हैं।

पुराने दस्तावेजों के मुताबिक, सन 1600 के आसपास ख्वाजा गुलाम मोइयोद्दीन ने नाई की मंडी में खोजा की हवेली के नाम से हवेली बसाई थी। इसी हवेली के परिसर में ममनून का परिवार रहता था।

एक जमाने में शहर के मशहूर लोगों की जमात इसी हवेली में रहा करती थी। मुगल बादशाह औरंगजेब की सल्तनत के समय जो इतिहास लिखा गया, उसे लिखने वाले खोजा हवेली परिसर में रहते थे।

ममनून का परिवार विभाजन पाकिस्तान चला गया था। बंटबारे के बाद यहां सिंधी व पंजाबी परिवार आकर रहने लगे। वर्तमान में दो हिस्सों में बंटी पुरखों की हवेली का एक हिस्सा बेकरी में तब्दील हो चुका है।

हवेली के दूसरे हिस्से में आज भी ममनून के रिश्तेदार रहते हैं। यहां ममनून के बचपन की यादें अब भी जिंदा हैं। अब इस हवेली को कीर्तिनगर के नाम से जाना जाता है।

ममनून के खानदान को जानने वाले कांग्रेसी नेता मुबारक कुरैशी के मुताबिक, ममनून के दादा उस्ताद जफर बहुत अच्छे तैराक थे, जिनका जूता के कारोबार में काफी नाम था। ममनून के ताऊ मोहम्मद उस्मान शहीद नगर इलाके में रहते हैं।

ममनून के रिश्तेदार हाजी निजामुद्दीन बताते हैं कि उस्ताद जफर के एक बेटा कल्लू और एक बेटी मुन्नी थी। ममनून की पैदाइश के सात साल बाद देश का बंटवारा हुआ उसी समय उस्ताद जफर परिवार के साथ कराची चले गए।

आज भी याद है आगरा का पेठा
ताज नगरी में रहने वाले ममनून के रिश्तेदारों का कहना है कि ममनून आज भी आगरा की तंग गलियों को नही भूले हैं।

उन्हें शहर के मशहूर पेठों के अलावा, दालमोठ और मंटोला की बिरयानी बेहद पसंद है। वह आगरा आकर अपने अजीजों को कभी नहीं भूलते और उनके घर पर खाना खाना पसंद करते थे।

लगभग तय है राष्ट्रपति बनाना
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी से उम्मीवार घोषित किए जाने के बाद ममनून का पाकिस्तान का राष्ट्रपति बनाना तय है।

दरअसल वहां मुख्य विपक्षी पीपीपी ने चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है। राष्ट्रीय और प्रांतीय असेंबलियों में सदस्य संख्या के हिसाब से पीएमएल-एन के पास सबसे ज्यादा ताकत है।

Friday 26 July 2013

बिना इंटरनेट के अपने मोबाइल पर फेसबुक चलाना बहुत आसान है।


यह ना कोई जादू है और ना ही कोई मजाक बल्कि हम तो आपकी प्रॉब्लम को समझ रहे हैं और आपको एक कारगर तरीका भी बताने जा रहे हैं।
बिना इंटरनेट के अपने मोबाइल पर फेसबुक चलाना बहुत आसान है। हालांकि आजकल के टाइम में किसी के भी हाथ में नोकिया 2100 देखना दुर्लभ है लेकिन फिर भी उदाहरण देना है तो हम दे देते हैं कि इस मजेदार ट्रिक की सहायता से आप नोकिया 2100 जैसे फोनों में भी फेसबुक का आनंद उठा सकते हैं।
इस ट्रिक की मदद से आप अपने फेसबुक पेज पर अपना स्टेटस डाल सकते हैं। दोस्तों के स्टेटस और पिक्चर्स लाइक कर सकते हैं और उनके मैसेज का जवाब भी दे सकते हैं।
चलिए अब आपकी जिज्ञासा को शांत करते हुए हम आपको बताते हैं कि फेसबुक की यह सर्विस आप किस तरह उपयोग में ला सकते हैं।
सबसे पहले आप अपने मोबाइल से *325हैश डायल कीजिए।
ये नंबर डायल करने के बाद आपके फोन में एक कंफर्मेशन मैसेज आएगा जिसे 'ओके' कर दें।
'ओके' करने के बाद आपको एक मैसेज आएगा जिसमें आप अपना फेसबुक यूजर नेम और पासवर्ड डालकर लॉग इन करें। अब आप बिना किसी इंटरनेट पैक या चार्ज के अपने फोन में फेसबुक का प्रयोग कर सकते हैं।
लेकिन सभी लोगों को इस सुविधा के बारे में जानकर खुश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभी तक यह सर्विस सिर्फ एयरटेल, एयरसेल औत टाटा ही मुहैया करवा रहे हैं। स्मार्टफोन तो आपके पास भी है लेकिन आपको पता ही नहीं चला कि कब आपका नेट पैक खत्म हो गया और अब जब आपके ऑनलाइन दोस्त आपका फेसबुक पर वेट कर रहे हैं तो यह आपकी इमेज को खराब करने वाला साबित हो सकता है। चलिए अब आपको टेंशन लेने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको एक ऐसा तरीका बताने जा रहे हैं जिसकी सहायता से आप बिना इंटरनेट पैक या कनेक्शन के अपने फोन पर बेहिचक फेसबुक चला सकते हैं।
इतना ही नहीं अगर आप अपने फेसबुक पर फोटो अपलोड करना चाहते हैं तो आप ये नहीं कर सकते और ना ही इस ट्रिक की मदद से आप फेसबुक के ग्राफिक्स देख सकेंगे।

Saturday 13 July 2013

लड़के ने लड़की को प्रपोज़ किया.. लड़की :- जितनी तेरी एक महीने की कमाई है,उतना मेरा रोज का खर्चा है,

एक लड़का एक लड़की को बहुत प्यार करता था. लड़के ने लड़की को प्रपोज़ किया.. लड़की :- जितनी तेरी एक महीने की कमाई है,उतना मेरा रोज का खर्चा है, इसलिए मैँ तुमसे मोहब्बत
नहीं कर सकती.. फिर भी वो लड़का उसी लड़की को चाहता है... पंद्रह साल बाद वो दोनों किसी मॉल (दुकान) में
मिलते है, बातो ही बातो में लड़की ने कहा मेरापति आज एक बहुत बड़ी कंपनी में नौकरी करता है.उसकी सेलरी एक लाख रुपये प्रति महिना है. वो बहुत होशियार है, अब तुम ही बताओ,मैंने उस दिनतुम से शादी न कर के कोई गलती तो नहीं की ना... लड़के की आँख में आसू आ गये,और दोनों फिर अपने कामके लिए जाने लगे..
.थोड़ी देर में लड़की का पति उसे लेने आया और लङकी के पति की नजर उस लड़के पर पड़ी और कहा - सर,आप यहाँ ?, बाद में अपनी पत्नी से मिलते हुए कहा कि :- ये मेरी कंपनी के मालिक है और एक साल का 500 करोड़
का टर्नओवर है, और सर एक लड़की को चाहते है, इसलिए आज तक सर ने शादी नही की...लङकी Emotional
हो गयी यह है प्यार...! जिन्दगी बस एक पल की मोहताज़ नहीं होती,बस वक़्त उसे मोहताज बना देता है.... प्यार को समझे और उसे महत्व दे, उसे तोले नहीं... क्योकि प्यार अनमोल है

Monday 8 July 2013

कैसे बनवाएं वोटर आई-कार्ड

18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोग वोट डालने के हकदार हैं। लेकिन कई लोग इस वजह से इस हक से वंचित रह जाते हैं कि उन्हें वोटर आई-कार्ड बनवाने का काम झंझट भरा लगता है। आपकी इस उलझन को दूर करने की कोशिश कर रहा है संडे एनबीटी। पेश है दिल्ली से मनीष अग्रवाल, ग्रेटर नोएडा से पवन सिंह, गाजियाबाद से गोपाल राय, गुड़गांव से बी. पी. पांडेय और फरीदाबाद से सचिन हुड्डा की जुटाई जानकारी:
क्यों जरूरी है वोटर आई-कार्ड
वोटर आई-कार्ड एक ऐसा डॉक्यूमेंट है, जिसका इस्तेमाल न सिर्फ वोट डालने के लिए, बल्कि दूसरे कामों में भी पहचान बताने के लिए भी किया जाता है, मिसाल के लिए बैंक में अकाउंट खुलवाना, मोबाइल का प्रीपेड या पोस्टपेड कनेक्शन लेना, कार फाइनैंस कराना आदि।
वोटर आई-कार्ड बनाने के लिए कोई फीस नहीं ली जाती है।
कौन बनवा सकता है
जो भारत का नागरिक हो।
जिसकी उम्र 01 जनवरी 2013 को 18 साल या ज्यादा हो जाए।
जो दिवालिया या पागल घोषित न हो।
किस काम के लिए कौन-सा फॉर्म
फॉर्म-6: वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने और वोटर आई-कार्ड बनवाने के लिए।
फॉर्म-7: वोटर लिस्ट से नाम कटवाने या किसी शिकायत के लिए।
फॉर्म-8: बने हुए वोटर कार्ड में संशोधन के लिए।
फॉर्म-8ए: एक विधानसभा क्षेत्र के अंदर मकान बदलने पर नए पते पर वोटर कार्ड बनवाने के लिए।
फॉर्म-6ए: एनआरआई के लिए।
नोट: अगर आप एक विधानसभा क्षेत्र से दूसरे में मकान बदलते हैं तो आपको एड्रेस बदलवाने के लिए फॉर्म भरना होता है।ये भी जरूरी
फॉर्म-6 का कॉलम नंबर-4 भरना जरूरी है। इसमें अप्लाई करने वाले को अपना पिछला अड्रेस बताना होगा।
अप्लाई करनेवाले को यह भी बताना होगा कि पहले से उसका कोई वोटर कार्ड बना हुआ है या नहीं।
18 से 21 साल तक के वोटर को फॉर्म भरते वक्त अपनी उम्र का भी प्रूफ देना होगा।21 साल से ज्यादा उम्र वालों को एज प्रूफ देने की जरूरत नहीं।
कौन-से कागजात जरूरी
हाल में खींची गई दो कलर फोटो
एज प्रूफ
अड्रेस प्रूफ
अड्रेस प्रूफ में क्यानैशनलाइज्ड बैंक या पोस्ट ऑफिस की करंट पास बुक।
राशन कार्ड/पासपोर्ट/ड्राइविंग लाइसेंस/इनकम टैक्स असेसमेंट ऑर्डर/पानी/बिजली/टेलिफोन/ गैस कनेक्शन का बिल, जिसमें आपके घर का अड्रेस हो। यह बिल या तो ऐप्लिकेंट के नाम से या फिर उसके पैरंट्स के नाम से होना चाहिए।
नोट: अगर अड्रेस प्रूफ के तौर पर राशन कार्ड पेश किया जाए, तो उसके अलावा ऊपर दिए गए दूसरे दस्तावेजों में से एक और प्रूफ भी जमा करना होगा।
दिल्ली के अलावा एनसीआर के बाकी जिलों में समरी रिविजन का काम चलने की वजह से फिलहाल फॉर्म-6 जमा नहीं किए जा रहे हैं। यह काम 15 जनवरी तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद इलेक्शन कमिशन के आदेश के मुताबिक वोटर आई-कार्ड बनवाने के लिए नई तारीखों की घोषणा होगी।
एज प्रूफ में क्या
म्युनिसिपल ऑफिस या रजिस्ट्रार ऑफ बर्थ्स ऐंड डेथ्स के जिला ऑफिस से जारी बर्थ सर्टिफिकेट या 10वीं का सर्टिफिकेट, जिस पर उम्र दर्ज हो।अगर इनमें से कोई दस्तावेज न हो तो पहले से वोटर लिस्ट में शामिल माता या पिता में से कोई एक अपने साइन के साथ उम्र का डिक्लेरेशन दे सकते हैं। यह डिक्लेरेशन एक निश्चित फॉर्मेट में होता है, जिसे फॉर्म के साथ हासिल किया जा सकता है।
25 साल से ज्यादा हैं तोइलेक्शन कमिशन का मानना है कि 25 साल से ज्यादा उम्र के लोग आमतौर पर वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करा लेते हैं, इसलिए अगर आप पहली बार वोटर लिस्ट में नाम शामिल करा रहे हैं और आपकी उम्र 25 साल या उससे ज्यादा है तो आपको अलग-से एक एफिडेविट जमा करना होगा, जिसमें लिखा होगा कि पूरे देश में आपका नाम कहीं भी वोटर लिस्ट में शामिल नहीं है।
साथ रखें ऑरिजिनल डॉक्यूमेंटजरूरी किसी भी डॉक्यूमेंट को अटेस्ट कराने की जरूरत नहीं, अलबत्ता फॉर्म जमा करते समय उनकी ऑरिजिनल कॉपी साथ रखें।
फॉर्म में दिए गए पते पर अगर आपसे मुलाकात न हो तो बीएलओ तीन बार तक आते हैं।
डिक्लेरेशन में अपने साइन के नीचे मोबाइल नंबर भी दे देना ठीक रहता है ताकि जरूरत पड़ने पर बीएलओ आपसे संपर्क कर सकें।
गलती सुधारने के लिए
कई बार वोटर लिस्ट या वोटर आई-कार्ड में नाम, पिता का नाम, एज, या अड्रेस गलत प्रिंट हो जाता है।
ज्यादातर केस में अगर वोटर लिस्ट में कुछ गड़बड़ी है तो स्वभाविक रूप से वोटर आई कार्ड में भी गड़बड़ी हो
जाती है। इसे चेंज कराने के लिए फॉर्म-8 भरना होता है।
इसमें फोटो लगाने की जरूरत नहीं होती।
फॉर्म-8ए भरते वक्त अड्रेस प्रूफ के तौर पर किराए का मकान हो तो रेंट अग्रीमेंट जमा करना होगा और अगर आपने मकान खरीदा है तो सेल डीड की कॉपी लगानी होगी।
कब भरा जाएगा फॉर्म-6
इलेक्शन ऑफिस वक्त-वक्त पर इलेक्टोरल रोल में नाम डलवाने के लिए रिवीजन प्रोग्राम का ऐलान करता रहता है।
इस रिवीजन प्रोग्राम के दौरान इलेक्टोरल रोल के ड्राफ्ट पब्लिकेशन के बाद ही ऐप्लिकेशन फॉर्म भरा जाएगा।
इलेक्टोरल रोल के रिवीजन का प्रोग्राम क्षेत्र के अखबारों और दूसरे जरियों से प्रचारित किया जाता है।
वोटर लिस्ट में नाम शामिल करने के लिए फॉर्म-6 साल में किसी भी वक्त भरा जा सकता है। लेकिन रिवीजन प्रोग्राम के अलावा नाम शामिल करने के लिए ड्यूप्लिकेट फॉर्म ही भरा जाएगा।
रिवीजन प्रोग्राम के दौरान फॉर्म भरने के लिए अस्थाई तौर पर कई सेंटर बनाए जाते हैं, जो आम तौर पर पोलिंग स्टेशनों पर होते हैं।
रिवीजन प्रोग्राम के अलावा फॉर्म केवल इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिस में ही भरे जाएंगे।
फॉर्म-6 भरने में होने वाली गलतियां
लोग अक्सर डिक्लेरेशन वाला कॉलम भरना छोड़ देते हैं। ऐसा होने पर फॉर्म रिजेक्ट हो जाता है।
फॉर्म भरने वाले के लिए अपना साइन करना जरूरी है, नहीं तो फॉर्म नामंजूर कर दिया जाता है।
दिल्ली
कैसे करें ऑनलाइन अप्लाई
दिल्ली इलेक्शन ऑफिस की वेबसाइट ceodelhi.gov.in पर राइट साइड में Enrol Online पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरा जा सकता है।
यहां अप्लाई करने से आपको वोटर आई-कार्ड 25 जनवरी के बाद मिल जाएगा।
यहां क्लिक करने के बाद आपको न्यू यूजर के तौर पर साइन अप करना होगा। इसके लिए राइट में नीचे New User! Sign Up! पर क्लिक करें।
फॉर्म के साथ आपको अपनी लेटेस्ट फोटो स्कैन करके अटैच करनी होगी।
इसके बाद अड्रेस प्रूफ और एज प्रूफ स्कैन कर लगाएं। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते तो ये दोनों दस्तावेज लेने बीएलओ (बूथ लेवल अफसर) आपके घर आ जाएंगे।
यहीं वह आपसे फॉर्म पर साइन पर कराकर ले जाएंगे। इससे यह साबित होगा कि फलां वोटर यहां रहता है।
आप ceodelhi.gov.in राइट साइड में Enrol Online के नीचे Know your Booth Level Officer (BLO) पर क्लिक कर अपने इलाके के बीएलओ को जान सकते हैं।
कैसे करें ऑफलाइन अप्लाई
- 15 जनवरी के बाद अलग-अलग इलाकों में फॉर्म मिलने शुरू होंगे, जहां ऐप्लिकेशन दिया जा सकता है।
- इनके बारे में अखबारों में विज्ञापन दिए जाएंगे, जिनमें फॉर्म मिलने के सेंटरों की भी जानकारी दी जाएगी।
फॉर्म पर अपनी हाल में खींची गई एक कलर फोटो लगानी होगी।
- साथ ही ऊपर बताए बाकी जरूरी दस्तावेज भी जमा कराने होंगे।
नोट: अड्रेस प्रूफ में अगर पहले दिए गए दस्तावेजों में से कोई नहीं हो, तो 50 पैसे का पोस्ट-कार्ड अपने पते पर खुद ही पोस्ट कर लीजिए। आपको मिलने के बाद वह अड्रेस प्रूफ का काम करेगा।
हेल्पलाइन
वोटर आई-कार्ड से जुड़ी किसी भी जानकारी या शिकायत दर्ज कराने के लिए कॉल करें: 1800110600 (टोल फ्री) या 011-29949365 पर। यह नंबर हफ्ते के सातों दिन सुबह 9 से शाम 6 बजे तक काम करता है।
कब और कहां से मिलेगा
- करीब एक महीने में आपका वोटर कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।
- वोटर कार्ड लेने के लिए आपको अपने इलाके के वोटर सेंटर में जाना होगा। अपने इलाके के असिस्टेंट इलेक्शन रजिस्ट्रेशन अफसर (वोटर सेंटर का इंचार्ज) का नाम, फोन नंबर और वोटर सेंटर का पूरा पता आप ceodelhi.gov.in में Know your Voters' Centre पर क्लिक कर जान सकते हैं।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा
कहां करें अप्लाई

वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने के लिए आपको अपने इलाके की तहसीलों (पते के लिए नीचे 'शिकायत कहां करें?' देखें) में जाना होगा।
नोएडा के लोग दादरी तहसील के अलावा नोएडा सेक्टर 19 स्थित सिटी मैजिस्ट्रेट के ऑफिस भी जा सकते हैं।
तहसील/सिटी मैजिस्ट्रेट ऑफिस में बूथ लेवल अफसर आपको फॉर्म फॉर्म-6 देगा।
वोटर लिस्ट में नाम शामिल करने के लिए और वोटर आई कार्ड बनाने के लिए सिर्फ फार्म-6 भरने की जरूरत है।इसमें सिर्फ एक कलर फोटो की जरूरत है।
इसे अड्रेस प्रूफ और एज प्रूफ लगाकर बीएलओ के पास जमा कराना होगा। अड्रेस प्रूफ के तौर पर दूसरेदस्तावेजों के अलावा किराए के मकान में रहने वाले लोग रेंट अग्रीमेंट की कॉपी भी लगा सकते हैं।
बीएलओ उस अड्रेस पर आपके मिलने पर उस अड्रेस को वैरिफाई कर देंगे।
कहां करें शिकायत
अगर आपका वोटर आई-कार्ड नहीं बनता है तो फॉर्म जमा करने के वक्त जो रसीद दी गई है, उसे लेकर अपने तहसील के एसडीएम से शिकायत कर सकते हैं।नोएडा: जी. टी. रोड तिराहे से 200 मीटर की दूरी पर गाजियाबाद की तरफ दादरी तहसील में एसडीएम ऑफिस।
फोन नंबर: 0120-2662009ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर के कलेक्ट्रेट स्थित सदर तहसील।
फोन नंबर: 0120-2560044
जेवर: एसडीएम ऑफिस, झाझर रोड, सिंकदराबाद बस अड्डे के निकट, जेवर।
फोन नंबर: 05738-272620
टाइमिंग
सोमवार से शुक्रवार, सुबह 9 से शाम 5 बजे तक, कोई लंच टाइम नहीं। छुट्टी: रविवार, दूसरा शनिवार। एसडीएम का आम जनता से मिलने का टाइम: सुबह 10-12 बजे।
कहां से मिलेगावोटर आई-कार्ड बनने के बाद बूथ लेवल अफसर इसे आपके घर तक पहुंचाएंगे।
गाजियाबाद
आप अपना नाम लिस्ट में डलवाने के लिए इन जगहों से या बीएलओ से फॉर्म-6 ले सकते हैं:
गाजियाबाद तहसील, गांधीनगर, निकट जीटी रोड, फोन नंबर : 0120-2713909
मोदीनगर तहसील, दिल्ली- मेरठ हाइवे, गोविंदपुरी, फोन नंबर : 95363-87027
चुनाव कार्यालय, गाजियाबाद कलेक्ट्रेट, राजनगर डिस्ट्रिक्ट, सेंटर सेकेंड फ्लोर, कमरा नं. 309, फोन नंबर : 0120-2827016
वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करने के लिए गाजियाबाद में ऑनलाइन की व्यवस्था अभी शुरू नहीं की गई है। लोगों को फॉर्म 6 भरकर ही देना पड़ेगा।
टाइमिंग
सोमवार से शनिवार, सुबह 9 से शाम 4 बजे तक। लंच: 1:30-2 बजे तक। छुट्टी: रविवार व सरकारी छुट्टियां।
फॉर्म भरकर दो पासपोर्ट साइज फोटो, अड्रेस प्रूफ और एज प्रूफ के साथ आपको यहीं जमा कराना होगा।
कहां से मिलेगा
बीएलओ वोटर आई-कार्ड आपके घर तक पहुंचाएगा।
कहां करें शिकायत
अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में दर्ज नहीं होता तो आप बीएलओ, तहसीलदार और जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी से लेकर उप जिला निर्वाचन अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी से बात कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए अथॉराइज्ड अफसर जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी (चुनाव कार्यालय, गाजियाबाद कलक्ट्रेट) ही हैं और किसी के पास भी की गई शिकायत आखिरकार उन्हीं की टेबल पर आएगी।
अगर वोटर लिस्ट में आपका नाम है लेकिन वोटर आई-कार्ड आप तक नहीं पहुंचा है तो आप ऊपर लिखे अधिकारियों में से किसी के पास सादे कागज पर अर्जी दायर कर सकते हैं। उस अर्जी पर ही इलेक्शन डिपार्टमेंट आपका वोटर आई-कार्ड बनवाकर आप तक पहुंचाएगा।
इन अधिकारियों के अलावा आप शिकायत दर्ज कराने के लिए इलेक्शन ऑफिस के ऊपर दिए गए फोन नंबरों का इस्तेमाल हेल्पलाइन नंबर के तौर पर भी कर सकते हैं।
गुड़गांव
वोटर आई-कार्ड बनवाने के लिए मिनी सचिवालय स्थित डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस या बीएलओ को फॉर्म-6 भरकर देना होगा।
वोटर आई-कार्ड बनाने के लिए अभी ऑनलाइन व्यवस्था नहीं है।
सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक, लंच टाइम: 1:30 से 2 बजे तक, छुट्टी: रविवार और शनिवार।
फोन नंबर: 0124-2224047
वोटर आई-कार्ड फॉर्म www.eci.net.in से भी डाउनलोड किया जा सकता है।
अड्रेस प्रूफ के तौर पर दूसरे दस्तावेजों के अलावा किराए के मकान में रहने वाले लोग रेंट अग्रीमेंट की कॉपी भी लगा सकते हैं। बीएलओ उस अड्रेस पर जाकर आपके मिलने पर उस अड्रेस को वैरिफाई कर देंगे।
कहां से मिलेगा
फॉर्म भरने के एक से डेढ़ महीने तक वोटर आई-कार्ड बनकर इलेक्शन ऑफिस में आ जाता है। यहीं से इसे हासिल किया जा सकता है। वोटर आई-कार्ड सीधे वोटर को ही मिलेगा और पोस्ट से इसे हासिल नहीं किया जा सकता। हाल में 01 अक्टूबर से 20 नवंबर तक चले विशेष अभियान के तहत जिन 45,364 वोटरों ने फॉर्म भरे थे, उन्हें उनका कार्ड 25 जनवरी से 3-4 दिन तक जिले के सभी 860 बूथों पर बांटा जाएगा।
अगर तय वक्त में वोटर आई-कार्ड बनकर न आए तो इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी (मिनी सचिवालय स्थित डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिस) और राज्य निर्वाचन आयुक्त से की जा सकती है।
फरीदाबाद
वोटर आई-कार्ड बनाने के लिए इलेक्शन ऑफिस से फॉर्म-6 लेना होगा। इलेक्शन ऑफिस का पता है: इलेक्शन ऑफिस, लघु सचिवालय, सेक्टर-12, फर्स्ट फ्लोर, कमरा नंबर-112/113
चुनाव तहसीलदार के ऑफिस का नंबर है: 0129-2227910
सोमवार से शुक्रवार, सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक, लंच: दोपहर 1:30 से 2 बजे तक। छुट्टी: शनिवार व रविवार।फॉर्म-6 भरकर, साथ में अपने दो लेटेस्ट पासपोर्ट साइज फोटो (एक फॉर्म के लिए और एक अतिरिक्त) और अड्रेस व एज प्रूफ लगाकर यहीं जमा करना होगा।
नोट: अड्रेस प्रूफ में अगर पहले दिए गए दस्तावेजों में से कोई न हो, तो 50 पैसे का पोस्ट-कार्ड अपने पते पर खुद ही पोस्ट कर लीजिए। आपको मिलने के बाद वह अड्रेस प्रूफ का काम करेगा।
अपना कार्ड आप इलेक्शन ऑफिस से ले सकते हैं। कई बार इलेक्शन ऑफिस के बूथ लेवल ऑफिसर भी वोटर आई-कार्ड वोटरों तक पहुंचाते हैं।
अगर समय पर वोटर आई-कार्ड नहीं मिलता तो चुनाव तहसीलदार या जिला निर्वाचन अधिकारी यानी डीसी से शिकायत की जा सकती है। डीसी ऑफिस का फोन नंबर: 0129-2226604 / 2227936

Saturday 6 July 2013

ये पांच स्टेट्स भारत में नहीं हैं ... ये खुद में महाभारत हैं।

एक अंग्रेज ट्रेन से सफ़र कर रहा था। सामने हेमू ठाकुर बैठे थे।  अंग्रेज ने हेमू से पूछा यहाँ कौन से स्टेट्स घूमने वाले नहीं हैं ? हेमू ठाकुर :   महाराष्ट्र,   पंजाब, गुजरात, हरयाणा, उत्तर प्रदेश अंग्रेज : 'क्यों ... क्या ये पांच स्टेट्स भारत में नहीं हैं क्या ? हेमू : 'नहीं ... ये खुद में महाभारत हैं।' अंग्रेज : 'ओह ~~~ इन स्टेट्स में जाना डेंजरस है।' [कुछ देर पश्चात] अंग्रेज : 'मैं कैसे जान सकता हूँ कि कौनसा व्यक्ति कौन से राज्य का है ?' हेमू : 'बैठा रह शान्ति से ... अभी दस घंटे के सफ़र में सबसे मिलवा दूंगा'

 

 [कुछ ही देर बाद हरियाणा का एक चौधरी मूंछों पे ताव देता हुआ बैठ गया] हेमू : 'भाई ये हरियाणा है।' अंग्रेज : 'इससे बात कैसे करूँ ?' हेमू "चुपचाप बैठा रह और मूंछों पर ताव देता रह.. ये खुद बात करेगा तेरे से' अंग्रेज ने अपनी सफाचट मूछों पर ताव दिया। चौधरी उठा और अंग्रेज के दो कंटाप जड़े - 'बिन खेती के ही हल चला रिया है तू ?'

 [थोड़ी देर बाद एक मराठी आ के बैठ गया] हेमू : 'भाई ये महाराष्ट्र है ...' अंग्रेज : 'इससे बात कैसे करूँ ?' हेमू : 'इससे बोल कि बाम्बे बहुत बढ़िया।' अंग्रेज ने मराठी से यही बोल दिया मराठी उठा और थप्पड़ लगाया - "साले बाम्बे नहीं मुम्बई ... समझा क्या"

[थोड़ी देर बाद एक गुजराती सामने आकर बैठ गया] हेमू : 'भाई ये गुजरात है ...' अंग्रेज गाल सहलाते हुए : 'इससे कैसे बात करूँ?' हेमू : 'इससे बोल सोनिया गांधी जिंदाबाद।' अंग्रेज ने गुजराती से यही कह दिया गुजराती ने कसकर घूंसा मारा - 'नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद।
 
 [थोड़ी देर बाद एक सरदार जी आकर बैठ गए] हेमू : 'देख भाई ये पंजाब है ...' अंग्रेज ने कराहते हुए पूछा - 'इससे कैसे बात करूँ।'
 हेमू: 'बात न कर बस पूछ ले कि 12 बज गए क्या ?' अंग्रेज ने ठीक यही किया। अंग्रेज : 'ओ सरदार जी 12 बज गए क्या ? सरदार जी ने आव देखा न ताव अंग्रेज को उठा के नीचे पटक दिया। सरदार : साले खोतया नू ... तेरे को मैं मनमोहन सिंह लगता हूँ जो चुप रहूँगा।
पहले से परेशान अंग्रेज बिलबिला गया, खीझ केहेमू ठाकुर से बोला : 'सारे स्टेट्स से मिलवा दिया अब 
 
 
 उत्तर प्रदेश

के उसे भी मिलवा दो'

गजोधर बोला - अबे इतना भी नहीं समझता ?? तेरे को पिटवा कौन रहा है ...???

Friday 5 July 2013

सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के अकाउंट पर कांग्रेस अध्यक्ष की अश्लील तस्वीर अपलोड की भाजपा के संदीप भल्ला ने

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अश्लील तस्वीर सोशल नेटवर्किंग साइट पर अपलोड करने वाले भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता के खिलाफ जालंधर पुलिस ने आईटी अधिनियम के तहत आज मामला दर्ज कर लिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि स्थानीय कांग्रेस नेता संजय सहगल की शिकायत पर सिटी पुलिस ने सोनिया गांधी की अश्लील तस्वीर फेसबुक पर अपलोड करने के मामले में आज भाजपा कार्यकर्ता संदीप भल्ला के खिलाफ  मामला दर्ज कर लिया ।

दरअसल, भल्ला ने अपने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के अकाउंट पर कांग्रेस अध्यक्ष की अश्लील तस्वीर अपलोड की थी। जिसकी न केवल कांग्रेस नेताओं ने बल्कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कमल शर्मा ने भी भर्त्सना की थी। बाद में सहगल ने इसकी आनलाइन शिकायत पुलिस आयुक्त से की थी। सहगल ने बताया,"हमने न केवल पार्टी अध्यक्ष की यह तस्वीर बल्कि भल्ला और अन्य भाजपा नेताओं ने जितनी भी विरूपित तस्वीर अपलोड की है उन सबकी शिकायत पुलिस से की है । हमने पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भी एक ऐसी ही तस्वीर पुलिस को भेजी है जिसे एक अन्य भाजपा कार्यकर्ता ने पोस्ट किया है।"

इस बारे में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष कमल शर्मा ने आज भाषा से कहा, "भल्ला पार्टी का सदस्य नहीं है । वह पार्टी का समर्थक है । फिर भी हमने जालंधर जिला अध्यक्ष से मामले की जांच करने को कहा है । कोई भी हो इस तरह की अनुशासनहीनता कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी पार्टी महिलाओं का पूरा सम्मान करती है।"

Thursday 4 July 2013

फेसबुक पर सुंदर और सेक्सी लड़कियों के फोटो लाइक करना आपके मोबाइल बैलेंस पर चपत लगा सकता है।

अगर आप फेसबुक पर बैठकर लड़कियों से चैटिंग करने की फिराक में रहते हैं, तो सावधान हो जाएं। फेसबुक पर सुंदर और सेक्सी लड़कियों के फोटो लाइक करना आपके मोबाइल बैलेंस पर चपत लगा सकता है। भोपाल में ऐसे ही कुछेक मामले सामने आए हैं। हालांकि कोई भी इस मामले में खुलकर सामने नहीं आ रहा है, क्योंकि इससे उनका मजाक बन सकता है। एक लड़के ने इस मामले में साइबर सेल में संपर्क किया, तो उसे थाने में लिखित आवेदन देने को कहा गया था। यह ठीक वैसी ही स्थित है जैसे कुछ समय पहले मोबाइल पर एक मिस्ड कॉल आता था। उस पर रिप्लाई करने पर मोबाइल बैलेंस तेजी से खत्म हो जाता था।

Tuesday 2 July 2013

माँ,में अगले महीने इंडिया आ रहा हूँ.....नीतूकह रही थी माज़ी कोअमेरिका ले आओ

हैलो माँ ... में रवि बोल  रहा हूँ....,कैसी हो माँ....? मैं.... मैं…ठीक हूँ बेटे.....,ये बताओ तुम और बहू
दोनों कैसे हो? हम दोनों ठीक हैमाँ...आपकी बहुत याद आती है…,...अच्छा सुनो माँ,में अगले महीने  इंडिया आ रहा हूँ..... तुम्हें लेने। क्या...? हाँ माँ....,अब हम सब साथ ही रहेंगे....,नीतूकह रही थी माज़ी कोअमेरिका ले आओ वहाँ अकेली बहुत परेशान हो रही होंगी। हैलो ....सुनरही हो माँ...? “हाँ...हाँ बेटे...“,बूढ़ी आंखो से खुशी की अश्रुधारा बह निकली,बेटे और बहू का प्यार नस नस में दौड़ने लगा। जीवन के सत्तर साल गुजार चुकीसावित्री ने जल्दी सेअपने पल्लू से आँसू पोंछे और बेटे से बात करने लगी।पूरे दो साल बाद बेटाघर आ रहा था।बूढ़ी सावित्री ने मोहल्ले भरमे दौड़ दौड़ कर ये खबर सबको सुना दी। सभी खुश थे की चलो बुढ़ापा चैनसे बेटे और बहू के साथ गुजर जाएगा। रवि अकेला आया था,उसने कहा की माँ हमे जल्दी ही वापिस जाना है इसलिए जो भी रुपया पैसा किसी से लेना है वो लेकर रखलों और तब तक मे किसी प्रोपेर्टी डीलर से मकानकी बात करता हूँ।
“मकान...?”,माँ ने पूछा। हाँ माँ,अब ये मकान बेचना पड़ेगा वरना कौनइसकी देखभाल करेगा। हम सब तो अब अमेरिका मे ही रहेंगे।बूढ़ी आंखो ने मकान के कोने कोने को ऐसे निहारा जैसे किसी अबोध बच्चे को सहला रही हो। आनन फानन और औने-पौने दाम मे रवि ने मकान बेच दिया। सावित्री देवीने वो जरूरी सामान
समेटा जिस से उनको बहुत ज्यादा लगाव था। रवि टैक्सी मँगवा चुका था।एयरपोर्ट पहुँचकर रवि ने कहा,”माँ तुम यहाँ बैठो मे अंदर जाकर सामान की जांच औरबोर्डिंगऔर विजाका काम निपटा लेता हूँ। “ “ठीक है बेटे। “,सावित्री देवी वही पास की बेंचपर बैठ गई। काफी समय बीत चुका था। बाहर बैठी सावित्री देवी बार बार उस दरवाजेकी तरफ देख रही थी जिसमे रवि गया था लेकिन अभी तक बाहर नहीं आया।‘शायद अंदर बहुत भीड़
होगी...’,सोचकर बूढ़ी आंखे फिर से टकटकी लगाए देखने लगती। अंधेरा हो चुका था। एयरपोर्ट के बाहर
गहमागहमी कम हो चुकी थी। “माजी...,किस से मिलना है?”,एक कर्मचारी नेवृद्धा से पूछा ।
“मेरा बेटा अंदर गया था..... टिकिट लेने,वो मुझेअमेरिका लेकर जा रहा है ....”,सावित्री देबी नेघबराकर कहा।
“लेकिन अंदर तो कोई पैसेंजर नहींहै,अमेरिका जानेवाली फ्लाइट तोदोपहर मे ही चली गई। क्या नाम
था आपके बेटे का?”,कर्मचारी ने सवाल किया।“र....रवि....”,सावित्री के चेहरेपेचिंता की लकीरें उभर आई। कर्मचारी अंदरगया और कुछ देर बाद बाहर आकरबोला,“माजी....आपका बेटा रवि तो अमेरिका जाने वाली फ्लाइटसे कब का जा चुका...।”क्या.....”,वृद्धा की आंखो से गरम आँसुओं का सैलाब फुट पड़ा। बूढ़ी माँ का रोम रोम कांपउठा।किसी तरह वापिस घर पहुंची जो अब बिक चुकाथा। रात मेंघर के बाहर चबूतरे पर ही सो गई।
सुबह हुई तो दयालु मकान मालिक ने एक कमरारहने को दे दिया। पति की पेंशन से घर का किराया और खाने काकाम चलने लगा।समय गुजरने लगा। एक दिन मकान मालिक ने वृद्धा से पूछा। “माजी... क्यों नही आप अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ चली जाए,अब आपकी उम्र भी बहुत हो गई,अकेली कब तक रह पाएँगी।“ “हाँ,चली तो जाऊँ,लेकिन कल कोमेरा बेटा आया तो..?,यहाँ फिर कौनउसका ख्याल रखेगा?“

ye hoti hai maa, kabhi kisi ladki ke liye ya lalach main uska dil na dukhana.
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...