Monday 27 May 2013

तीसरा बड़ा देश YouTube

यूट्यूब यूजर्स की संख्या एक अरब हुई. इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर दूसरा व्यक्ति एक बार यूट्यूब पर जरूर जाता है. समुदाय की संख्या के हिसाब से दुनिया का तीसरा बड़ा देश यूट्यूब अब आम आदमी को भी मेगास्टार बना रहा है.
दुनिया भर के वीडियो देखने के लिए एक अरब लोग हर महीने यूट्यूब पर आते हैं. बुधवार को इन आंकड़ों की जानकारी देते हुए यूट्यूब ने कहा, "अगर यूट्यूब एक देश होता तो हम चीन और भारत के बाद तीसरा बड़ा देश होते."
दुनिया भर में अपना हाई स्पीड डाटा नेटवर्क फैलाकर यूट्यूब ने यह जगह बनाई है. इंटरनेट से लैस स्मार्टफोनों की वजह से भी यूट्यूब को एक अरब लोगों तक पहुंचने में मदद मिली है. रुझान को देखते हुए कहा जा रहा है कि सोशल नेटवर्किंग साइट्स और वीडियो शेयरिंग वेबसाइट का कारोबार गजब की तेजी बढ़ रहा है.
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने बीते सितंबर में एक अरब का आंकड़ा पार किया. फेसबुक के मुताबिक उसके पास एक अरब एक्टिव यूजर हैं. एक अरब यूजर्स तक पहुंचने में फेसबुक और यूट्यूब दोनों को आठ साल लगे.
ऑनलाइन भुगतान की सुविधा देने वाली पेपाल वेबसाइट के तीन पूर्व कर्मचारियों ने 2005 में यूट्यूब की शुरुआत की. शुरुआत के एक साल बाद ही यूट्यूब यूजर्स की संख्या 10 लाख हो गई. 2006 में यूट्यूब को गूगल ने 1.65 अरब डॉलर में खरीदा.
गूगल कमाई के लिए इंटरनेट सर्च और विज्ञापनों पर निर्भर करता है. अब यूट्यूब भी गूगल के लिए आय का एक बड़ा स्रोत बन चुका है. यूट्यूब के कई वीडियो देखने से पहले विज्ञापन देखने पड़ते हैं. विज्ञापनों से होने वाली आय गूगल और वीडियो बनाने वाले में बंटती है.
यूजर्स की नजर से भी यूट्यूब खास है. अपने हुनर का प्रदर्शन करने के लिए नए नए लोग यूट्यूब का सहारा ले रहे हैं. 2008 में कनाडा के जस्टिन बीबर 15 साल के थे. यूट्यूब पर उन्होंने अपने गाने अपलोड किए. देखते ही देखते जस्टिन बीबर के वीडियो दुनिया भर में फैल गए. आज 19 साल के बीबर दुनिया से सबसे महंगे पॉप स्टारों में से एक हैं.
दक्षिण भारतीय अभिनेता और गायक धनुष का कोलावरी डी गाना भी यूट्यूब और फेसबुक के जरिए पूरी दुनिया में बुखार की तरह चढ़ा. यूट्यूब के ही जरिए दक्षिण कोरिया के रैपर का गाना गैंगनम स्टाइल दुनिया भर में फैल गया. यूट्यूब और गैंगनेम ने एक दूसरे को बड़ा फायदा पहुंचाया. यूट्यूब पर अब तक गैंगनम स्टाइल वीडियो 1.45 अरब बार देखा जा चुका है.
इस बीच यूट्यूब एक ऐसा रास्ता बन चुका है कि जिसके जरिए आम लोग घर बैठे बैठे अपनी प्रतिभा दुनिया के सामने रख रहे हैं. यूट्यूब इतना अहम हो चुका है कि अब बड़े गायक और फिल्म निर्माता भी अपने गाने या नई फिल्मों के ट्रेलर को यूट्यूब पर अपलोड करने लगे हैं. यूट्यूब के जरिए उन्हें पता चल रहा है कि लोग उनके काम को पंसद कर रहे हैं या नहीं.
यूट्यूब पर वीडियॊ की संख्या के बारे में कुछ आकड़े सार्वजनिक रुप से उपलब्ध है हालाकि, जुलाई 2006 में , कंपनी ने खुलासा किया कि १०० मिलियन से अधिक वीडियो हर दिन देखा जा रहे थे , और 25 अरब वीडियो जून , 2006 में देखा गया है . वीडियो में जोड़ा जा रहा 5००००थे मयूट्यूब शुरु हॊने के बाद इस पर कइ देशॊं जिनमें ट्यूनीशिया थाइलैंड ईरानइरान शामिल है ने रॊक लगा दी जिसे बाद में हटा लिया गया 1 अक्टूबर , २००7 में तुर्की में वीडियॊ के कुछ पेजॊं पर रॊक लगा दी गइ दॊ दिन बाद यह रॊक हटा ली गयी हाल में २२ जनवरी २००8में तुर्की में यूट्यूब पर एक बार फिर रॊक लगाइ गइ तीन दिन बाद ही यह रॊक हटा ली गयीतुर्की में ५ मइ (May 5) २००8 से यूट्यूब पर रॊक लगी हुयी .संयुक्त अरब अमीरात में भी कुछ पेजॊं पर रॊक लगी हुयी हैई में प्रति दिन 50000 वीडियॊ रॊज जॊड़े जा रहे थे, और जुलाइ में इसे बढ़ा कर 65००० किया गया है जनवरी 2008 में ही , लगभग 79 अरब उपभोक्ताओं ने लगभग ३ ख़राब से जादा विडियो दृश्य बनाये हैं.
यू ट्यूब कि स्थापना चढ़ हर्ले स्टीव चेन और जावेद करीम  द्वारा हुई जो पहले पे पल के कर्मचारी थे हर्ले ने पेपैल से पहले , इंडियाना विश्वविद्यालय के पेन्सिलवेनिया में डिजाईन कि पढ़ाई कि चेन करीम ने अरबाना शेंपेन के इलिनाय इलिनाय विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान एक साथा अध्ययन किया था   डोमेन नाम " यूट्यूब डाट काम" 15 फरवरी , 2005 कॊ सक्रिय किया गया था और वेबसाइट कॊ बाद के महीनों में विकसित किया गया है . रचनाकारों ने साइट कॊ आधिकारिक घॊषित करने से छ माह पहले मई 2005 में जनता कॊ साइट के पूर्वावलोकन की पेशकश की
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