6 साल पुराना एक वायरस है - नाम है जियस (Zeus). फेसबुक पर अभी
जबरदस्त तरीके से फैला हुआ है. फेसबुक पर कोई भी ऐसा लिंक जो संदेहास्पद
हो, उसपर क्लिक करते ही यह आपके सिस्टम में अपनी जगह बना लेता है. जियस
वायरस आपके सिस्टम में तब तक इन-एक्टिव रहता है, जब तक किसी बैंक अकाउंट को
उस सिस्टम से एक्सेस नहीं किया जाता. बैंक अकाउंट के एक्सेस होते ही यह
वाइरस आपका यूजर आईडी और पासवर्ड हैक कर लेता है. इंटरनेट सिक्योरिटी फर्म
ट्रेंड माइक्रो के अनुसार जियस से जुड़े कई लिंक फेसबुक पर बहुत तेजी से
अपलोड किए जा रहे हैं.
फेसबुक करते हैं तो हर दूसरे-तीसरे दिन आपको कुछ-न-कुछ ऐसे लिंक दिख
ही जाएंगे जो आपको क्लिक करने के लिए उकसाते हैं. क्लिक किया नहीं कि हो
गया आपका अकाउंट हैक. अब फेसबुक कोई संपत्ति तो है नहीं कि लोग हाय-हाय
करने लगें. हां थोड़ी दिक्कत उठानी पड़ती है, कभी-कभी वर्चुअल वर्ल्ड में
थोड़ी शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ती है. लेकिन जरा सोचिए कि फेसबुक वायरस अगर आपके बैंक अकाउंट तक पहुंच जाए और खाली कर दे आपका खजाना तो
फेसबुक या अन्य सोशल साइट्स पर इस तरह के वाइरस से बचने का कोई
फूलप्रूफ तरीका तो नहीं है लेकिन कुछ चीजों को नजरअंदाज कर और कुछ उपायों
को अपनाकर इससे बचा जा सकता है