राजस्थान के दौसा जिले में कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षाओं में फर्जीवाड़े
की शिकायत पहले भी मिली थी जिसमें एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर प्रवेश पत्र जारी किया गया है, जिसने
परीक्षा के लिए आवेदन ही नहीं किया था और उससे भी बढ़कर मजेदार बात यह है
कि प्रवेश पत्र पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की फोटो लगी हुई है कर्मचारी चयन आयोग द्वारा
रविवार को करायी गयी कनिष्ठ अभियंता प्रवेश परीक्षा के लिए जारी एक प्रवेश
पत्र में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की फोटो छपी हुई थी. इसमें नाम
लल्लू राम मीणा का था जो इस परीक्षा के लिए अनिवार्य अर्हता भी नहीं रखते
हैं.पिछले दिनों उन्हें कर्मचारी चयन आयोग की
रविवार को संपन्न हुई कनिष्ठ अभियंता की प्रवेश परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र
मिला. इस परीक्षा के लिए उन्होंने कभी आवेदन ही नहीं किया था उन्होंने बताया कि
उन्होंने कला संकाय से स्नातक की डिग्री हासिल की है जबकि इस पद के लिए
विज्ञान विषय की डिग्री होना आवश्यक है. इसके अलावा उनकी उम्र 40 से ज्यादा
हो चुकी है
.मीणा ने बताया कि डाक से मिले इस प्रवेश पत्र में नाम और पता (लल्लूराम मीणा निवासी गांव रामबास जिला दौसा) उनका ही है, लेकिन किसी अन्य की जन्मतिथि एक जनवरी 1973 है तथा फोटो अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की छपी हुई है. मीणा ने बताया कि कई साल से उन्होंने कर्मचारी चयन आयोग में किसी पद के लिए आवेदन नहीं किया है और वह गांव के एक निजी स्कूल में पढ़ाते हैं.जिले में कर्मचारी चयन आयोग की एसएससी परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों के पकड़े जाने का मामला भी सामने आया था. आयोग की जनवरी 2013 में हुई परीक्षा के दौरान दौसा जिला मुख्यालय के परीक्षा केंद्रों पर करीब आधा दर्जन से अधिक फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था.
.मीणा ने बताया कि डाक से मिले इस प्रवेश पत्र में नाम और पता (लल्लूराम मीणा निवासी गांव रामबास जिला दौसा) उनका ही है, लेकिन किसी अन्य की जन्मतिथि एक जनवरी 1973 है तथा फोटो अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की छपी हुई है. मीणा ने बताया कि कई साल से उन्होंने कर्मचारी चयन आयोग में किसी पद के लिए आवेदन नहीं किया है और वह गांव के एक निजी स्कूल में पढ़ाते हैं.जिले में कर्मचारी चयन आयोग की एसएससी परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों के पकड़े जाने का मामला भी सामने आया था. आयोग की जनवरी 2013 में हुई परीक्षा के दौरान दौसा जिला मुख्यालय के परीक्षा केंद्रों पर करीब आधा दर्जन से अधिक फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़ा गया था.