भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर गुजरात के
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि
सरदार साहब को किसी पार्टी से जोड़ना गलत है और हमारा सपना केवल गुजरात के
लिए नहीं है। सरदार साहब को किसी दल के साथ जोड़ना बहुत बड़ा अन्याय होगा।
उनके जीवन की ऊंचाई देश के गौरवकांत से जुड़ा है।
गुजरात में पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रमिता (द स्टेट्यू ऑफ यूनिटी) का शिलान्यास किए जाने के मौके पर मोदी ने कहा कि इस मूर्ति से दुनिया हमारी ओर देखेगी। सरदार साहब ने सबको जोड़ा मगर किसी को नहीं तोड़ा। इस साझी विरासत पर सभी लोगों को गर्व होना चाहिए। आज इस देश को सरदार का सेक्युलरिज्म चाहिए मगर वोट बैंक वाला सेक्युलरिज्म नहीं चाहिए।
मोदी ने कहा कि सरदार सरोवर डैम पटेल का सपना था। आज ऐतिहासिक घटना घट रही है, आज नए संकल्प का शिलान्यास हो रहा है। पिछले 23 सालों से मैंने ये सपना देखा था। इस कार्य के लिए मुझे कई लोगों ने प्रेरण दी और उनका मैं नमन करता हूं। बुजुर्ग लोगों ने मुझे इसके लिए राह दिखाई। इस मूर्ति के जरिये हम गांव गांव को जोड़ना चाहते हैं।
सरदार सरोवर डैम सरदार पटेल का सपना था। सरदार सरोवर की सुध किसी सरकार ने नहीं ली। नेहरू जी ने सिर्फ शिलान्यास किया पर किसी से नहीं सुध ली। डैम की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा और कोई नुकसान नहीं होगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भी हम गुलामी से नहीं निकल पाए हैं। गुलामी की मानसिकता से आज निकलने की जरूरत है। इस मानसिकता ने हमें दबाकर रखा है। आज स्वाभिमान के साथ खड़े होने की आवश्यकता है। वाजपेयी सरकार के समय दुनिया ने भारत को पहचाना। उस दौरान ये मानसिकता बदली।
हमें भी अपनी ग्लोबल पोजिशनिंग बदलनी होगी। हमारा सपना सिर्फ गुजरात के लिए नहीं है। आज राजनीतिक छुआछूत को खत्म करने की जरूरत है।
गुजरात में पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रमिता (द स्टेट्यू ऑफ यूनिटी) का शिलान्यास किए जाने के मौके पर मोदी ने कहा कि इस मूर्ति से दुनिया हमारी ओर देखेगी। सरदार साहब ने सबको जोड़ा मगर किसी को नहीं तोड़ा। इस साझी विरासत पर सभी लोगों को गर्व होना चाहिए। आज इस देश को सरदार का सेक्युलरिज्म चाहिए मगर वोट बैंक वाला सेक्युलरिज्म नहीं चाहिए।
मोदी ने कहा कि सरदार सरोवर डैम पटेल का सपना था। आज ऐतिहासिक घटना घट रही है, आज नए संकल्प का शिलान्यास हो रहा है। पिछले 23 सालों से मैंने ये सपना देखा था। इस कार्य के लिए मुझे कई लोगों ने प्रेरण दी और उनका मैं नमन करता हूं। बुजुर्ग लोगों ने मुझे इसके लिए राह दिखाई। इस मूर्ति के जरिये हम गांव गांव को जोड़ना चाहते हैं।
सरदार सरोवर डैम सरदार पटेल का सपना था। सरदार सरोवर की सुध किसी सरकार ने नहीं ली। नेहरू जी ने सिर्फ शिलान्यास किया पर किसी से नहीं सुध ली। डैम की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जाएगा और कोई नुकसान नहीं होगा।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भी हम गुलामी से नहीं निकल पाए हैं। गुलामी की मानसिकता से आज निकलने की जरूरत है। इस मानसिकता ने हमें दबाकर रखा है। आज स्वाभिमान के साथ खड़े होने की आवश्यकता है। वाजपेयी सरकार के समय दुनिया ने भारत को पहचाना। उस दौरान ये मानसिकता बदली।
हमें भी अपनी ग्लोबल पोजिशनिंग बदलनी होगी। हमारा सपना सिर्फ गुजरात के लिए नहीं है। आज राजनीतिक छुआछूत को खत्म करने की जरूरत है।