इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना – 2
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे, भूल कर भी कोई भूल हो ना |
इतनशक्ति ………………………
इतनशक्ति ………………………
हर बुराई से बचते रहे हम, जितनी भी दे, भली जिन्दगी दे,
बैर हो ना किसी का किसी से, भावना मन में बदले की हो ना,
हम चले……………………………………
इतनी शक्ति …………………………………
फ़ूल खुशियों के बाँटे सभी को, सबका जीवन ही बन जाए मधुबन,
अपनी करूणा का जल तू बहा के, कर दे पावन हर इक मन का कोना,
हम चले………………………………
इतनी शक्ति …………………………
हर तरफ़ ज़ुल्म है, बेबसी है, सहमा सहमा सा हर आदमी है
पाप का बोझ बढता ही जाए, जाने कैसे ये धरती थमी है
बोझ ममता का तू ये उठा ले, तेरी रचना का ये अंत हो ना!
हम चले………………………………
इतनी शक्ति ……………………………