Monday 21 October 2013

इतनी शक्ती हमे देना दाता मन का विश्वास कमजोर हो ना


इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना – 2 
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे, भूल कर भी कोई भूल हो ना |
इतनशक्ति ………………………

दूर अज्ञान के हो अंधेरे, तू हमे ज्ञान की रोशनी दे – 2,
हर बुराई से बचते रहे हम, जितनी भी दे, भली जिन्दगी दे,
बैर हो ना किसी का किसी से, भावना मन में बदले की हो ना,
हम   चले……………………………………
इतनी शक्ति …………………………………

हम ना सोचें हमे क्या मिला है, हम ये सोचे किया क्या है अर्पण,
फ़ूल खुशियों के बाँटे सभी को, सबका जीवन ही बन जाए मधुबन,
अपनी करूणा का जल तू बहा के, कर दे पावन हर इक मन का कोना,
हम   चले………………………………
 इतनी शक्ति …………………………

हर तरफ़ ज़ुल्म है, बेबसी है, सहमा सहमा सा हर आदमी है
पाप का बोझ बढता ही जाए, जाने कैसे ये धरती थमी है
बोझ ममता का तू ये उठा ले, तेरी रचना का ये अंत हो ना!
हम   चले………………………………
इतनी शक्ति ……………………………
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