Thursday 17 October 2013

आसाराम और नारायण साईं की FUNNY बातचीत


हवन करेंगे..हवन करेंगे..हवन करेंगे।
असाराम: नारायण तू कहां है?
नारायण: पिता जी कौन से नारायण को ढूंढ रहे हो, नीचे वाले कि ऊपर वाले?
आसाराम: चुप मूरख, कठिन समय में भी मजाक कर रहा है! मैं तो अपने नारायण को ढूंढ रहा हूं।
नारायण: हां वही नारायण न जिनका नाम लेकर आप पब्लिक में जाया करते थे और कहते थे, नारायण..नारायण।
आसाराम: अरे मूरख, मैं तेरी बात कर रहा हूं।
नारायण: अच्छा मैं, बोलो पिताजी क्या बात है?
आसाराम: मुझे फंसवाकर तू तो भाग गया, कहां है बेटा आजा दोनों जेल की रोटी खाएंगे और अब यहीं भजन गाएंगे।
नारायण: नहीं पिताजी पिता और पुत्र का साथ खत्म हुआ, आप मजे से जेल में रोटी खाइए और अब दोनों नारायणों को भूल जाइए।
आसाराम: क्या तू अपने बाप का साथ नहीं देगा?
नारायण: आपका साथ ही दे रहा था, पिताजी नतीजा क्या हुआ आप जेल में और मैं भी फंसा हूं इस खेल में।
आसाराम: घोर कलियुग है, देखो बेटा बाप को सिखा रहा है।
नारायण: पिताजी इस कलियुग की बात पहले समझ में आ जाती तो आज ये नौबत नहीं आती।
आसाराम: कोई बात नहीं बेटा श्री कृष्ण का जन्म जेल में ही हुआ था, मैं तो अच्छी जगह पर हूं?
नारायण: दिल को बहलाने के लिए गालिब ख्याल अच्छा है, ठीक कहा पिताजी अब आपकी जिंदगी उसी जेल में गुजरेगी।
आसाराम: हट मूरख, चुटकुला मारता है।
नारायण: इतने सालों से कपिल शर्मा की तरह आप प्रवचनों में कॉमेडी कर रहे थे, तो कुछ नहीं आज मैंने सच कह दिया तो चुटकुला लगता है?
आसाराम: जां मैं तुझे श्रॉप देता हूं, तू अगले जन्म में गधा बनेगा।
नारायण: मेरी छोड़ो पिताजी अपनी सोचो कि जब सारे राज खुलेंगे तो आप क्या करोगे?
आसाराम: हवन करेंगे..हवन करेंगे..हवन करेंगे।
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